होम्योपैथी (HOMEOPATHIC)
होम्योपैथी
(HOMEOPATHIC)
होम्योपैथी
होम्योपैथी, एक चिकित्सा पद्धति है। यह चिकित्सा के 'समरूपता के सिंद्धात' पर आधारित है जिसके अनुसार औषधियाँ उन रोगों से मिलते जुलते रोग दूर कर सकती हैं, जिन्हें वे उत्पन्न कर सकती हैं। औषधि की रोगहर शक्ति जिससे उत्पन्न हो सकने वाले लक्षणों पर निर्भर है। जिन्हें रोग के लक्षणों के समान किंतु उनसे प्रबल होना चाहिए। अत: रोग अत्यंत निश्चयपूर्वक, जड़ से, अविलंब और सदा के लिए नष्ट और समाप्त उसी औषधि से हो सकता है जो मानव शरीर में, रोग के लक्षणों से प्रबल और लक्षणों से अत्यंत मिलते जुलते सभी लक्षण उत्पन्न कर सके।
गंजेपन के कारण
(Cuases of Baldness or Alopecia)
एसिडम फ्लोर (Acidum Flour) सिफलिस (Syphilis) के कारण जगह-जगह से बालो का झड़ना (Falling of Hair in Patches)।
टाइफाइड (Typhoid) के कारण बालो का झड़ना।
होमियोपैथी दवायें जो बचायें गंजेपन
(Homeopathic Medicine For Baldness)
सिर पर बाल न होना, गंजापन (Baldness) कहलाता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित खान-पान में यह एक आम बात हो गयी है। गंजेपन का इलाज होमियोपैथी द्वारा सरल तरीके से किया जा सकता है।
होमियोपैथी, चिकित्सा की सबसे लोकप्रिय समग्र प्रणालियों में से एक है। होमियोपैथी में इलाज के लिए दवाओं का चयन व्यक्तिगत लक्षणों पर आधारित होता है। यही एक तरीका है जिसके माधयम से रोगी के सब विकारो को दूर कर सम्पूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
गंजेपन के इलाज में कारगर होमियोपैथिक दवायें
(Homeopathic Treatment of Baldness or Alopecia)
सेलेनियम मेट (Selenium Met) - अगर सर, भौहो या पलको के बाल झड़ने लगे तो सेलेनियम मेट काफी मददगार साबित होती है।
आर्सनिक एल्बम (Arsenic Album) - अगर गंजापन आर्सनिक धातु के प्रयोग के कारण है , सर में जोर से खुजली होती है (Scalp itches intolerable), या सिर पर गोलाकार पैच उभरते हैं तो आर्सनिक एल्बम असरदार काम करती है।
सिलिसा (Silicea) – युवावस्था में गंजेपन (Premature Alopecia) के लिए काफी असरदायक है।
नैट्रम मुर (Natrum Mur) – गर्भावस्था के बाद गिरे बालों को वापस लाने में यह सहायक होता है।
कैंसर के लिए - कार्सिनोसिन (Carcinosin For Cancer)
यह 'नोसोड' कैंसर से बना है इसका प्रूविग डॉ० डब्ल्यू० एल० टैमपल्टन ने किया था और डॉ० फॉबिस्टार ने इसका रोगियों पर परीक्षण किया था। डॉ० फॉबिस्टार का कथन है की कैंसर के रोगी में यह औषधि रोग को एक स्थान से दूसरे स्थान में परिवर्तित कर सकता है, परन्तु डॉ० क्लर्क का कथन है की जिस रोग में या उसके वंश में कैंसर का इतिहास पाया जाय तो उसे यह औषधि देने से रोग धीमा पड़ जाता है।डॉ० ले हंटे कूपर ने इस औषधि का विशेष रूप से उपयोग किया था।
Posted on 2018-02-03 00:30:45
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